बैठे हैं वो कितने क़रीब देखो
ज़रा*रक़ीब का नसीब देखो *मेहबूब का प्रेमी
ज़रा*रक़ीब का नसीब देखो *मेहबूब का प्रेमी
*रश्क़ नहीं ये मोहब्बत है मिरी * जलन
इक*ख़लिश बड़ी अजीब देखो * बेचैनी
इक*ख़लिश बड़ी अजीब देखो * बेचैनी
उठाई खुद के*शाने पर जो * काँधे
दरअसल अपनी सलीब देखो
दरअसल अपनी सलीब देखो
वो इक*अना लिए फिरते रहे * अकड़ (ego)
है दिल से कितने ग़रीब देखो
है दिल से कितने ग़रीब देखो
बड़े सलीके से हटते है वो पीछे
दिल तोड़ने की तरक़ीब देखो
दिल तोड़ने की तरक़ीब देखो
हार से नाखुश जीत कर तनहा
हैं कितने हम बदनसीब देखो
हैं कितने हम बदनसीब देखो
काफ़िए ताउम्र बदलते गए
न बदलीअपनी रदीफ़ देखो
न बदलीअपनी रदीफ़ देखो
नरेश मधुकर ©
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