मधुकर सत्य पाषाण है सच्चे का साथी ईश
कट कट कर मूरत भया तब जगत झुकाए शीश
कट कट कर मूरत भया तब जगत झुकाए शीश
नरेश मधुकर
©2014
©2014
मधुकर मन की न मानिए मन तो मस्त मलंग
मन के कहे सौ से जुड़ो एक न चले संग
मन के कहे सौ से जुड़ो एक न चले संग
नरेश मधुकर
©2014
©2014
कौन भया किसका यहाँ न करीये किसी से आस
कर्मवीर बन जी लीजीये रहिये प्रभु के दास
कर्मवीर बन जी लीजीये रहिये प्रभु के दास
नरेश मधुकर
©2014
©2014
मधुकर जैसे हर सफल पुरुष के पीछे नार
हर विफल जीवन का भी कारण रहत कुनार ।।
हर विफल जीवन का भी कारण रहत कुनार ।।
नरेश मधुकर
©2014
©2014
हर पुरुष के पीछे खड़ी होवत है नार
जग भले तज दे उसे वही लगावे पार
नरेश मधुकर
©2014
जग भले तज दे उसे वही लगावे पार
नरेश मधुकर
©2014
बैर, क्रोध और ईर्ष्या इनका नहीं कोई पार
हंस कर जीवन काटिए जीवन दिन दो चार
नरेश मधुकर
©2014
हंस कर जीवन काटिए जीवन दिन दो चार
नरेश मधुकर
©2014
स्वाभिमानी सबसे सुखी,अभिमान सी नहीं कटार
खुद को मार कर जो भी जीया सो मरे सैकड़ों बार
नरेश मधुकर
©2014
खुद को मार कर जो भी जीया सो मरे सैकड़ों बार
नरेश मधुकर
©2014
मधुकर धन का क्या करीये जब पूत भया कपूत
खुद ही सब कुछ पा लेगा वो जो पूत भया सपूत
नरेश मधुकर
© 2014
खुद ही सब कुछ पा लेगा वो जो पूत भया सपूत
नरेश मधुकर
© 2014
मधुकर मोह किस बात का कुछ भी न जाए संग
संयम से काटो समय देखो दुनियां के रंग ।।
संयम से काटो समय देखो दुनियां के रंग ।।
मधुकर जग पापी बड़ा मत करीये अंधी प्रीत ,
सज्जन सुख नहीं पावत है दुर्जन जावत यहाँ जीत ।।
नरेश मधुकर
©2014
सज्जन सुख नहीं पावत है दुर्जन जावत यहाँ जीत ।।
नरेश मधुकर
©2014
मधुकर जीतन सीखीये कलजुग में जीत प्रधान
जो जीते देव कहलावत है जो हारे सो हैवान ।।
नरेश मधुकर
©2014
जो जीते देव कहलावत है जो हारे सो हैवान ।।
नरेश मधुकर
©2014
सौ दौड़े दस जीते गए, दस ही बाटेंगे राज
दस में से इक नर्प भया, जिसका प्रबल हो भाग ।।
नरेश मधुकर
©2014
दस में से इक नर्प भया, जिसका प्रबल हो भाग ।।
नरेश मधुकर
©2014
मधुकर बहुत जटिल चुकाना, मर्यादा के दाम
मर्यादा वश वन गए, लक्ष्मन सीता और राम ।।
नरेश मधुकर
©2014
मर्यादा वश वन गए, लक्ष्मन सीता और राम ।।
नरेश मधुकर
©2014
मधुकर मानव यंत्र भया ,छोड़त न अपनों स्वभाव
बिच्छू बचावन वारे तक को, ज्यूँ देवत है घाव ।।
नरेश मधुकर
©2014
बिच्छू बचावन वारे तक को, ज्यूँ देवत है घाव ।।
नरेश मधुकर
©2014
सभी यहाँ गणेश हैं किसको क्या सिखलाये
मधुकर मूरख देख कर बेहतर चुप हो जाएँ ।।
नरेश मधुकर
©2014
मधुकर मूरख देख कर बेहतर चुप हो जाएँ ।।
नरेश मधुकर
©2014
देख दूजन को सीखिये दुःख के सभी उपाय
खुद जीकर सीखन को जीवन लघु पड़ जाय ।।
नरेश मधुकर
©2014
खुद जीकर सीखन को जीवन लघु पड़ जाय ।।
नरेश मधुकर
©2014
मैरी भयी चुनरिया, कितना कोई बचाय
दुनियां काजर कोठरी ,दाग तो लग ही जाय ।।
नरेश मधुकर
©2014
दुनियां काजर कोठरी ,दाग तो लग ही जाय ।।
नरेश मधुकर
©2014